श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स द्वारा संस्थापक दिवस का आयोजन
सर श्री राम स्त्री शिक्षा के प्रबल पक्षधर थे – डॉ. मनसुख मांडविया

दि ग्राम टुडे समाचार
नई दिल्ली, ” लाला सर श्री राम भारत में स्त्री शिक्षा के प्रबल पक्षधर थे| उन्होंने स्त्रियों की शिक्षा के लिए ऐसे शिक्षा संस्थान स्थापित किए, जिनसे न केवल भारत में स्त्री शिक्षा का विकास हुआ, अपितु स्त्रियों को शिक्षा के क्षेत्र में अध्ययन और अध्यापन के लिए समान अवसर भी प्राप्त हुए| लाला श्री राम जी भारत में वाणिज्य और व्यावसायिक शिक्षा का विधिवत प्रशिक्षण देने के पक्ष में थे, जिसके लिए उन्होंने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की आधारशिला रखी|” ये शब्द भारत के माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स के संस्थापक लाला श्री राम के 138 वीं जन्म जयंती के अवसर पर श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहे|
ऑनलाइन और ऑफलाइन के मिश्रित माध्यम से 27 अप्रैल, 2022 को आयोजित इस समारोह का प्रारंभ श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स की प्राचार्या प्रोफेसर सिमरित कौर, कॉलेज के प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों द्वारा लाला श्री राम जी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित करके किया गया| इसके बाद इसी मिश्रित माध्यम से कॉलेज में आयोजित लाला श्री राम जी की 138 वीं जन्म जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में प्रो. चंद्रशेखर शर्मा, प्रो. रवि शर्मा, डॉ. रचना जावा एवं डॉ. अरुणा झा ने लाला श्री राम जी के जीवन, व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में दर्शकों और श्रोताओं को अवगत करवाया| इस अवसर पर उनके जीवन पर आधारित एक वृत्तचित्र भी प्रदर्शित किया गया| तत्पश्चात् समारोह के मुख्य अतिथि माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, भारत सरकार डॉ. मनसुख मांडविया का स्वागत प्राचार्या ने किया| माननीय मुख्य अतिथि ने भारत में व्यावसायिक और स्त्री शिक्षा के प्रचार प्रसार में लाला श्री राम के उल्लेखनीय योगदान को रेखांकित किया| उन्होंने अपने वक्तव्य में विद्यार्थियों को सफलता के कुछ विशेष सूत्र भी दिए| उन्होंने बताया कि जीवन में सफलता पाने के लिए हमें अपना 360 अंश अर्थात् पूर्ण प्रयास करना चाहिए| सफलता के लिए सर्वप्रथम समर्पण एवं निष्ठा की आवश्यकता होती है| उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर बताया कि इन्हीं जीवन मूल्यों के कारण पिछले दिनों आई महामारी से भारत सफलतापूर्वक लड़ा और विजयी हुआ| समर्पण और निष्ठा के इसी भाव से भारत ने टीकाकरण और महामारी के लिए उपयुक्त अन्य उपायों को पूरी ताकत से अपनाया| अपने वक्तव्य में उन्होंने आगे कहा कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने वैज्ञानिकों में विश्वास व्यक्त करते हुए उन्हें टीकाकरण के लिए अपना समग्र योगदान देने के लिए प्रेरित किया, स्वास्थ्य कर्मियों को उत्साहित करने के लिए ताली और थाली बजवाई, देश के उद्योगपतियों को वित्तीय और आर्थिक विकास के लिए सम्मानित किया, इस महामारी के दौरान कोई भी वंचित और गरीब भूखा न सोए, इसके लिए प्रयास किए| माननीय मुख्य अतिथि ने लाला श्री राम के जीवन, उनके कार्यों और समग्र व्यक्तित्व से प्रेरणा लेते हुए भारत के उन मानवीय मूल्यों और सिद्धांतों को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिनके कारण महामारी जैसे कठिन दौर में भी भारत ने विश्व में अपना अग्रणी स्थान प्राप्त किया और सारा विश्व आज भारत की ओर आशाभरी नजरों से देख रहा है| समारोह के अंत में श्री सौमित्रो चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया| समारोह का कुशल संचालन युवा प्राध्यापिका चारु गोयल ने किया|