डाक्टर डे
रमेश कुमार द्विवेदी, चंचल
बैद्य कही हौं या कही कि चिकित्सक याकि यन्हँय डाक्टर कहि डाई।।
सफेद परिधानु मा आला धरैं मुल नाहि धरैं यै हिया रघुराई।।
करतब फर्ज यै भूलि गयेंअरू काटतु नीकु यै मोटी कमाई।।
भाखत चंचल उच्च विचार मा आवतु केवलु कछुवै पाई।।1।।
ईश्वरू जैइसे कै मान रहाअरू यनकै ऊँचौ सुनामु रहा।।
विश्वासु रहा सबु मानव कै दुःखनाशक रूप विधानु रहा।।
तप त्यागु रहा बलिदानु रहा अरू सेवा समर्पण भाव रहा।।
चंचल कलिकाल के भौतिक मा यहु खोवतु नीकु प्रमाण रहा।।2।।
प्रानौ गये यै रखैं वेन्टीलेटर औ लोगनु देतु सहारो दिखैं।।
बिजुली कै मशीनु भरी करतूत डोलावतु हाथ औ पाँव दिखैं।।
दस पाँचु हजारू के चक्कर मा यै खोवत नीकु ईमानु दिखैं।।
भाखत चंचल काव लिखी यै बेंचतु नीकु ईमानु दिखैं।।3।।
मुला आई कोरोना बेमारी जबै दिनुरैनु कै त्यागु महानु दिखा।।
घर बार कुटुंब समाजु कै त्यागु इहय अभिमानु ई हिन्द दिखा।।
जान कै बाजी लगाय लगाय केकोरोना कँहँय भरमाय दिखा।।
सफलता मिली यनके बल चंचल साँचौ यहै परिणामु दिखा।।4।
। आशुकवि रमेश कुमार द्विवेदी, चंचल
ओमनगर,सुलतानपुर, उलरा,चन्दौकी, अमेठी,
उ.प्र.। मोबाइल.8853521398,9125519009।।