लघु कथा
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कर्म सफ़लता की सीढ़ी
शेख रहमत अली “बस्तवी” रमेश पढ़ लिखकर ढे़र सारी डिग्रियाँ लिए इधर-उधर नौकरी के लिए भटकता फ़िरता वह तो सरकारी…
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“प्रयासों की शीघ्रता (लघुकथा)”
__डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका) ऊमा सदैव छोटे-छोटे बच्चों के साथ समय बिताना पसंद करती थी, क्योंकि वो…
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खामोशी
__देवीदीन चंद्रवंशी तहसील पुष्पराजगढ़ जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश बात उन दिनों की है रक्षाबंधन के त्यौहार के दूसरे दिन। राजेश…
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बड़ी बहू || Short Story
__लेखकडॉ संजीव कुमार शास्त्र ……………आज घर में चारों तरफ रौनक ही रौनक थी बैंड बाजे वाले अपनी धुन से सभी…
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एहसास
__वीणा गुप्तनारायणा विहारनई दिल्ली -28 शाम का झुटपुटा गहरा रहा था । विनायक ने दीवार घड़ी पर नजर डाली। दुकान…
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श्राद्ध
__गीता परिहारअयोध्या कैन्ट “मां, यह सब आयोजन किसलिए, क्या आपको सचमुच लगता है, यह जो हम पूर्वजों का श्राद्वकरते हैं,…
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छलावा
__नीना_सिन्हा/पटना,बिहार। “ओ हेलो! मैं किसी का इंतजार कर रही हूँ, कोई और टेबल देख लीजिए।”“जानता हूँ मैडम! आपकी एक हैंडसम…
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आज की पत्नी
डॉ संजीव कुमार ‘शास्त्र’ ……………………….अमित और मनीषा दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ रहे थे साथ पढ़ते पढ़ते दोनों में…
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रिटायरमेंट के बाद की नई पारी (लघुकथा)
__डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका) कृष्ण और रुक्मणी के तालमेल में कुछ कमी थी। कृष्ण सरकारी नौकरी में…
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दुःख का पोस्टमार्टम
__डॉ. रीना रवि मालपानी (कवयित्री एवं लेखिका) ईश्वर की बनाई सृष्टि में भी अनोखी विचित्रता है। कुछ लोगों की क्रियाशीलता…
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