कमला सिंह
हिंदू संस्कृति है सबसे निराली
कण-कण में ईश्वरीय शक्ति ढूंढे प्राणी
अक्षय तृतीया का त्यौहार
मन को पावन तन को निर्मल कर डाली
पुण्यतिथि दानपुर भंडारा करने को आए
मीटे क्लेश घर का घर में खुशियां है छलकाई
वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया आई
लक्ष्मी नारायण कर पूजा अर्पित सफेद फूल जिसने चढ़ाई
धनधान्य से हो गया परिपूर्ण जीवन अति प्रसन्नता आई
स्नान करे जो ब्रह्म मुहूर्त में अरख दिए जो सूरज को
दान पुण्य करें फल फूल
अन्य का वैसा पुण्यात्मा
नहीं कोई भाई
गुड्डी गुड़िया का खेल निराला भक्ति का त्यौहार बच्चों को लगे प्यारा मंडप बनाए शादी रचाई
बच्चे गीत गाकर हर साए
बांके बिहारी के मंदिर में
खुलता है पट अक्षय तृतीयाको चंदन अर्पित कर बांके बिहारी को नारी खुशी मनाएं
बद्रीनाथ का पट भी अक्षय तृतीया के दिन खुलता है उनका दर्शन पाकर लोक धन्य हो जाते
विष्णु के छठे अवतार परशुराम जी का हर्षोल्लास के साथ जयंती मनाई जाती है
नर नारायण का अवतार अक्षय तृतीया में हुआ था
अक्षय तृतीया योग ध्यान जब तब पूजा-पाठ का मुहूर्त है
त्रेता युग का आरंभ शास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन ही हुआ था
अक्षय तृतीया का मुहूर्त बहुत ही शुभ फल कारी है इस मुहूर्त में शुभ कार्यों को किया जाता है व्यापारी गण भी अपनी बहीखाता का आरंभ करते हैं नएअनज के साथ गांव में नवा खाते हैं भगवान भोलेनाथ को कलश चढ़ाते हैं अक्षय तृतीया का दिन बहुत ही शुभ फल दायक है
अक्षय तृतीया का त्यौहार
जीवन का करे नया विस्तार
कमला सिंह