ना मै पंछी आवारा
दाने की तलाश में फिरता हूं
तोड़ ना दे कोई नीड कही
हर पल इस डर में रहता हूं
ना मै पंछी आवारा
दाने की तलाश में फिरता हूं
रखा होगा तुमने दाना छत पर
यह सोच में तुम्हारे घर को आ जाता हूं
ना मैं पंछी आवारा
दाने की तलाश में फिरता हूं
ना करता मैं घनघोर अंधेरा
जल्दी से घर को जाता हूं
ना समझो तुम मुझको आवारा
दाने की तलाश में फिरता हूं