एक सुंदर सा अनन्य एहसास हो तुम…
कितनी दूर हो फिर भी पास हो तुम…
कौन हो तुम ?
मेरी शायरी की धुन हो तुम…
मेरी मुस्कान का बजह हो तुम…
कौन हो तुम ?
मेरे विश्वास का प्रतीक हो तुम…
मेरी प्रतीक्षा का अंत हो तुम…
कौन हो तुम ?
मेरी दिल की धड़कन हो तुम…
मेरे जीवन के सफर में सबसे खास हो तुम…
कौन हो तुम ?
- संघमित्रा साहू
कटक, उड़ीसा
