गर्मी का छुट्टी

गर्मी का छुट्टी
गर्मी की छुट्टी मिली,
मस्ती की दिन आई,
नानी के घर चली ,
अपनों के संग चली,
आम , लीची खानें लगी,
दोस्तों के संग घूमने लगी,
नए – नए खिलौने मिलें,
यहाँ पें नए मेला लगा ,
गर्मी ने किया परेशान,
वर्षा नें दिया आराम,
आई – क्रीम सें प्यार हुआ ,
वर्षा की बूँद सें इजहार हुआ,
अब गर्मी की छुट्टी खत्म हो गई,
तुम भी वापस आ जाओ ना,
शांत पड़ा है स्कूल तुम्हारा ,
आकर इसको तुम फिर से सजाओ ना
दादा, दादी, चाचा, चाची,
सब को अब टाटा -बाए बाए बोलों ना,
अब तुम भी वापस आओं ना,
नया क्लास है मिलने वाला
जल्दी सें आओं ना
होमवर्क मिला था तुमको,
उसकों पुरा करों तुम,
कभी तुम भूल न जाना ,
सबसें पहलें होमवर्क बनाना,
नई सुबह की तैयारी है ,
नया लक्ष्य कों लेकर आना ,
हर दिन का दूध तुम्हारा ,
कर रहा है इन्तजार ,
मुन कों भी खेलना हैं,
जल्दी सें आ जाओं ना,
हाँ! जल्दी सें आ जाओं ना
मुस्कान केशरी
मुजफ्फरपुर बिहार