
रजनी कटारे
नौ दुर्गे मैया
भवानी जगराता
माँ का कराऊं ।
नौ दुर्गे मैया
जल धारुं अक्षत
रोली लगाऊं ।
नौ दुर्गे मैया
नव दीप जलाऊं
पूजा कराऊं ।
नौ दुर्गे मैया
नौ दिन के जवारे
दर्शन पाऊं ।
नौ दुर्गे मैया
जगदम्बे भवानी
विनती करुं।
नौ दुर्गे मैया
पार करो भव से
तारण पाऊं ।
नौ दुर्गे मैया
वरदानी भवानी
आशीष पाऊं ।
काव्य रचना-रजनी कटारे
जबलपुर म.प्र.