
कवि सुरेंद्र कुमार जोशी
राजीव नयन चन्द्र जैसा दीप्तीमान मुख,
भाल पर तेज कोटि सूर्य के समान है ।
भव सागर के पार कराने का है जहाज,
मन मे करो तो सही राम नाम ध्यान है ।
राम नाम को ही बार बार जपते है शिव,
शिवजी ने कहा राम उनके भी प्राण है ।
जिसका नही है कोई दूजा आसरा यहां पे,
ऐसे दिन दुखियो के राम भगवान है ।
भगवान प्रभु श्री राम की महिमा
कवि सुरेंद्र कुमार जोशी
देवास, मध्य प्रदेश