__रमा बहेड हैदराबाद तेलंगाना राज्य
देश धर्म से था जिनको प्यार,
होकर चेतक पे सवार,
लेकर तेज धार तलवार,
जगा एकलिंग का ज्वार,
हल्दीघाटी में रचा नया कीर्तिमान ,
राणा उदय की संतान,
थे राणा प्रताप महान,
राणा ने ऐसा किया कमाल,
हुई हल्दीघाटी लाल,
शत्रु सेना भी थर्राई,
रोटी घाँस की थी खाई,
फिर भी झुका नहीं वो भाई ,
धन्य धन्य वह पुण्य धरा
जिस पर राणा ने जन्म लिया
निज पौरुष के बल पर
लिखा एक इतिहास नया,
मेवाड़ की तू शान,
तुझ पर है हमें गुमान ।
रमा बहेड हैदराबाद तेलंगाना राज्य