
बिमल काका गोलछा “हँसमुख”
आनेवाले हर कल, हर पल,
खुशियों भरी सौगात मिले।
जीवन सुखमय हो जायेगा,
जिसको माँ का साथ मिले।।
शान्त सौम्य इस धरा पर,
गूंजे तेज,सन्तों की वाणी।
सिंह सवारी आरूढ होकर,
दे रही दर्शन, माता राणी।।
ओत प्रोत, भक्ति भाव से,
माता तेरा जयकारा लगे।
नवरात्रा के नौ दिन तक,
माता तेरा दरबार सजे।।
चहूं और हर घर में तेरा,
भक्त जन, गुणगान करे।
“हँसमुख” सा अदना भक्त,
माता का यशोगान करे।।
बिमल काका गोलछा “हँसमुख”
श्रीडूंगरगढ़ (बीकानेर) राजस्थान