
__डॉ पंकजवासिनी
शाहजहां से सृजित इमारत, लाल किला है इसका नाम।
लाल लगे हैं पत्थर मनहर , विश्व धरोहर में पहचान।।
शोभित कालिंदी के तट पर , पाता गुरु संस्कृति की सींच।
बहती शुभ यमुना की धारा , रंगमहल के बीचोबीच ।।
मुगल वैभव की यह निशानी ,अनूठे शिल्प की है शान।
कहे मुगल की गौरव गाथा, विश्व करे इसका गुणगान।।
प्रतीक मुगल अंतिम सत्ता का ,बहादुर जफर अंतिम आन ।
मुक्ति की लहर बही यहीं से, गाया मुक्ति का प्रथम गान।।
आजादी के परवानों का , करके नेतृत्व जफर शाह ।
मुक्ति संघर्ष में इस किला की , मिली भारतीयों को छांह।।
डॉ पंकजवासिनी
असिस्टेंट प्रोफेसर