
__कैलाश चंद साहू
करते नमन हमेशा, पावन वतन की माटी
सबके दिलो में बसता, अपना महान भारत।।
स्वाभिमान है मेरा अभिमान है मेरा वतन
मेरा चमन महकता है मेरी जिंदगी जुबान भारत।।
देखो इस जहां में सदा सर्वोपरि आन भारत
सबके दिलो की धड़कन सबका सम्मान भारत।।
हमको प्यार गुमान इस पर मेरी शान भारत
अब हर दिलो की आवाज मेरा इमान भारत।।
सदियों की जंजीरें तोड़ फिर महक रहा भारत
दुनिया में सबसे प्यारा न्यारा मेरा महान भारत।।
जवां दिलों की धड़कन और हर इंसान का जज्बा
कायम है हर शानो शौकत मेरी जान भारत।।
मेरी जान तिरंगा मेरी शान तिरंगा मेरा मान भारत
सारे जहां में खूब सूरत अपना ये महान भारत।।
हर तरफ फिजा में महक रहा मेरा महान भारत
हर दिल की आवाज़ वतन मेरा अरमान भारत।।
स्वरचित मौलिक अप्रकाशित
कैलाश चंद साहू
बूंदी राजस्थान