
सुरभि शुक्ला
ये सुन्दर काया हैं एक मन्दिर
हम सब हैं इसके पुजारी
तन- मन रूपी ईश्वर का रखना ध्यान
यही हैं हमारी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी
सुबह शाम करो व्यायाम
तो न होगी कोई बीमारी
अपनाओं नियमित दिनचर्या
हर मानव के लिए ये हैं जरूरी
स्वास्थ्य से बड़ा न कोई धन
यही हैं जीवन की जमा पूंजी हमारी
सुरभि
इन्दौर