__वीना आडवाणी तन्वी
जिंदगी कि जहोज़द से इंसा जो थक जाता
हार जिंदगी से कोई मौत को गले लगाता।।
कोई कुछ को नाकाबिल मान आंसू बहाता
वेदनाओं से भर कोई खुद से लड़ता जाता।।
बहुतों से सांत्वना , हौसला , सलाह है पाता
बताए सबके पद्चिन्हों पर चलता भी जाता
नसीब उसका साथ कभी-कभी न निभाता
बस अपने अभागे नसीब को कोस बताता।।
सीख यही कि हौसला जो बांधता जाता
गिरती चींटी के प्रयासों से जो सीख पाता
आज नहीं तो कल सफलता कि सोच आजमाता
वही दुनिया नसीब कि चुनौतियों से लड़ जाता।।
सफलता सच एक दिन मानव है पाता ।।२।।
वीना आडवाणी तन्वी
नागपुर, महाराष्ट्र