विविध भावों का गुलदस्ता ,अभिव्यंजना कृति:डाॅ0 राकेश सक्सेना

सुधीर श्रीवास्तव
साहित्यिक संस्था तूलिका बहुविधा मंच के सौजन्य से कानपुर महानगर की श्रेष्ठ कवयित्री आ.सीमा वर्णिका द्वारा रचित अभिव्यंजना पुस्तक का विमोचन प्रो0(डा.) अनूप प्रधान कुलपति सनराइज यूनीवर्सिटी अलवर के कर कमलों से शानदार और भव्य माहौल में 01 अगस्त को हुआ।
विमोचन समारोह का शुभारंभ सर्वप्रथम आ.प्रतिभा पाण्डेय जी एवं आ.विनीता सिंह परिहार जी की सरस्वती वंदना व आ. सरिता बजाज गुलाटी जी की गणेश वंदना से हुआ।तत्पश्चात कुलपति प्रो0 अनूप प्रधान ने अपने विमोचन वक्तव्य में कहा कि बेहद मिलनसार आ.सीमा वर्णिका जी का अभिव्यंजना काव्य संग्रह साहित्य जगत के लिए उपयोगी है। उन्होंने विविध विषयों पर अपनी समान रूप से लेखनी चलाई है,जो उनकी चिंतन क्षमता का पुख्ता प्रमाण है।
वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय कवि डॉ0 राकेश सक्सेना जी ने अपने संबोधन में कहा कि आ.सीमा वर्णिका का काव्य संग्रह विविध भावों, विविध रंगों का गुलदस्ता है, जो हृदय को संवेदित व गंधयुक्त करता है।वरिष्ठ साहित्यकार आ. घनश्याम सहाय जी, आ. नवल किशोर सिंहजी ने काव्य साधिका के पुस्तक विमोचन पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि- लेखनी चलती रहे नित, शारदे से प्रार्थना है। आ.अर्चना कोहली जी ने कहा कि काव्य संग्रह की कविताएँ दिल को छूती हैं।कविताओं में प्रेम की अभिव्यंजना और कर्मयोग के दर्शन होते हैं। रचनाकार आ.शकुन्तला मित्तल जी ने कहा कि सृजन सदैव खुशियों और आशाओं का नवभोर लेकर आता है, विमोचित काव्य संग्रह अनुपम है। आ. प्रीती देवी जी ने अपनी शुभकामनाओं में कहा कि भाव भरे शब्दों की लेखनी से कलम निरंतर गतिमान रहे।
साहित्यकार आ.शम्भूसिंह रघुवंशी जी,आ. नम्रता सरन सोना जी, आ.रीतू गुलाटी ऋतम्भरा जी ने अभिव्यंजना पुस्तक के प्रकाशन पर आ.सीमा वर्णिका जी को बधाई देते हुए सृजन को साहित्यिक उपलब्धि माना। इस अवसर पर आयोजित भव्य काव्य गोष्ठी सत्र में आ.चेतन दास वैष्णव, सतीश शर्मा, अनुराधा प्रियदर्शिनी, प्रवीण चन्द्र पाण्डेय, सुनील सोनी, रोशन बलूनी, दिव्य कुमार उपाध्याय आदि अनेक कवियों ने काव्य पाठ से वातावरण को सरस बनाया।
गोण्डा, उ.प्र. के वरिष्ठ साहित्यकार/कवि और नव साहित्य परिवार के संरक्षक आ. सुधीर श्रीवास्तव जी ने अभिव्यंजना की सफलता और आ.सीमा वर्णिका जी को बधाई देते हुए कहा कि अभिव्यंजना से शुरु हुई इस काव्ययात्रा के सतत जारी रहने के प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए कवयित्री आ.सीमा जी को अपनी शुभकामनाएं दी।
अभिव्यंजना की लेखिका/कवयित्री आ.सीमा वर्णिका जी ने सभी आगन्तुकों अतिथियों व कवियों/कवयित्रियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आभार प्रकट किया। संयोजिकाओं आ. प्रतिभा पाण्डेय, सरिता बजाज गुलाटी, प्रीती देवी ने प्रतिष्ठित अतिथियों को प्रखर प्रज्ञा उपाधि के सम्मान पत्र प्रदान किए। कार्यक्रम का सफल संचालन आ.अर्चना कोहली जी ने शानदार ढंग से किया।