दि ग्राम टुडे साहित्य पथ पर बही काव्य की रसधार
नवांकुर साहित्यकारों के लिए बेहतरीन पथ प्रदर्शक बन गया है साहित्य पथ

रीमा महेन्द्र ठाकुर
देहरादून। 24 वाॅ संस्करण दि ग्राम टूडे साहित्य पथ अपनी ही गति से सहित्य पथ के रास्ते पर कितने कवि कवत्रियों के सपनों की काव्य धारा में पहचान दिला चुका है! ये बात मायने नहीं रखती’ मायने ये बात रखती है कि नवांकुरो को सम्मान- मिला । उससे वो काफी आत्मविश्वास से भरे हैं! पांच चरण में हुऐ काव्यपाठ श्रोताओं ने की भूरी भूरी प्रशंसा की ।
दि ग्राम टूडे साहित्य पथ की ख्याति फैल रही चारो ओर। आदरणीय शिवेश्वर पान्डे जी और सुबाश पाण्डेय जी की सरलता और स्नेह मेहनत से, साहित्य पथ बना रहा नये मुकाम।, बहुत सारी उपलब्धियां, हासिल करते हुऐ, निंरतर बढ रहा दि ग्राम टूडे प्रगति की ओर। आदरणीय संचालिका भारती प्रवीण जी द्वारा सफल संचालन, एंव नवांकुर,कवि कवत्रियों अनुभवी कवियों के मार्गदर्शन में साहित्य पथ बढा रहा निरंतर कदम।डाॅ पवन पाण्डे जी, असिस्टेंट प्रोफेसर जो की तेलंगाना से है ने किया सुन्दर काव्य पाठ, ममता रानी सिन्हा जी ने जीता प्रशंसकों का दिल, वही नवांकुर प्रियकां साव कहाँ पीछे रहने वाली।/20/21 /22/23/ वें,संस्करण में हास्य रस , श्रंगार रस वीर रस से श्रोता हुऐ मंत्र मुग्ध अनुभवी कवियों द्वारा हास्य रस सुन प्रशांसक हुए लोट पोट।आदरणीय कवि महेंद्र भट्ट जी, कवत्रि आदरणीय मधु आरोडा जी,नवांकुर डिंपल सिहं जी, ने बांधा संमा,!
संगीता वर्मा जी, आदरणीय जय हिंद सर, नवांकुर खूश्बू वरनवाल जी ने दी शानदार प्रस्तुति!
कवि परमानन्द प्रेम जी ने किया अपनी मासूमियत से बिखेरा शब्दों का जादू,हर दिल अजीज, आदरणीय रजनी कटारे जी ने, परिवार को पिरोया अपने शब्दों में, डाॅ मीरा त्रिपाठी जी ने चुनार महल के बारे में दी सुदंर जानकारी, के साथ सुंदर कविता की प्रस्तुति,
आदरणीय वर्णिका जी ने अपनी कविता से किया सरोबार, आदरणीय ममता झा जी ने पति पत्नी रिश्ते पर बहुत ही शानदार प्रस्तुति दी जी सभी का दिल, गायक आदरणीय ए डी शर्मा जी तकनीकी समास्याओं के चलते, दर्शक उनको सुनने से वंचित रह गये!
सभी अनुभावी कवि/कवत्रियो,
ने अपने अनुभव से कविताओं द्वारा बताया जीवन का मर्म । भारती जी ने अपने संचालन से एक बार फिर किया दर्शको को अभिभूत संचालिका, भारती जी ने ,दि ग्राम टूडे साहित्य पथ संयोजक ” लेखिका रीमा ठाकुर जी ने अतिथियों को दिया धन्यवाद, पुन; किया अभिवादन, भारती जी ने खारे खारे पानी,कविता पढकर किया काव्य पाठ जीता प्रशांसको का दिल।
आयोजक मंडल के शिवेश्वर दत्त पाण्डेय ,सुबाश चन्द्र पाण्डेय,बिमलेन्दु भूषण पाण्डेय तथा रीमा महेन्द्र ठाकुर ने सभी आगंतुक कवि कवियत्रियों तथा श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।